सीहोर के अनेक किसान विमल सिंह, मोती लाल, राजेश कुमार, शांतिलाल,वीर सिंह, रोहित पंवार, कालीचरण सहित अनेक किसानों ने कलेक्टर से शिकायती आवेदन देकर शिकायत की है। जिसमें बताया कि नए नियुक्त प्रबंधक फील्ड इंचार्ज राजेश विजयवर्गीय के अंडर में फील्ड में भी नोडल अधिकारी है और फील्ड इंचार्ज से किसान और स्टाफ पहले से नाराज है। उनके हस्तक्षेप से पचामा प्लांट का माहौल खराब रहता है। इसलिए एनडीडीबी से नए प्रबंधक को पचामा में नियुक्त करने की मांग की है। किसानों का कहना है कि फील्ड इन्चार्ज राजेश के खिलाफ कई घोटाले के आरोप पूर्व में लगे थे। पिछले 3 वर्षों से राजेश विजयवर्गीय फील्ड इंचार्ज है और इसी बीच सुदाना की डिमांड और क्वाालिटी में कमी आई है। पचामा संयत्र के पूर्व प्रबंधक राजेश गोयल के रहते हुए सुदाना की क्वालिटी काफी खराब थी। यहां तक कि किसानों की खराब सुदाना की आवाज को भी विजयवर्गीय द्वारा दबाया जाता रहा है। यहां तक कि विजयवर्गीय का पचामा में सुदाना बनाने के लिए क्रय किए जाने वाले कच्चामाल में पार्टियों से सीधे हस्तक्षेप रहता है और धांधली होती है। इसके चलते उन्हें कई बार पूर्व सीईओ भी उन्हें फटकार लगा चुके हैं। इन सबके चलते किसानों और स्टाफ ने प्रबंध संचालक एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी भोपाल से एनडीडीवी के अधिकारी को या किसी कैटल फीड के अनुभवी प्रबंधक को पशु आहार पचामा में प्रबंधक नियुक्त करने की मांग रखी है।
सीहोर। पशु आहार संयंत्र पचामा के मैनेजर नरेश नरवरिया का तबादला हो जाने के बाद आए अतिरिक्त चार्ज के रूप में नियुक्त नए मैनेजर को हटाने की मांग उठने लगी है। इसके पीछे बताया गया है कि नए प्रबंधक के पास पहले से ही नोडल अधिकारी का चार्ज है और सुदाना प्रबंधक कार्य का अनुभव भी नहीं है जबकि सुदाना की क्वालिटी लगातार खराब हो रही है। मामले की गंभीरता को देखते हुए किसानों ने प्रबंध संचालक एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी भोपाल से एनडीडीवी के अधिकारी को या किसी कैटल फीड के अनुभवी प्रबंधक को पशु आहार पचामा में प्रबंधक नियुक्त करने की मांग रखी है।
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