सीहोर : जनसुूनवाई छोड़कर बाहर नहीं आए कलेक्टर तो धरने पर बैठ गए किसान - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 15 जुलाई 2025

सीहोर : जनसुूनवाई छोड़कर बाहर नहीं आए कलेक्टर तो धरने पर बैठ गए किसान

  • खेतों में ही दबकर रहा गया सोयाबीन का बीज, किसानों के बैंक खातों से कटता है फसल बीमा
  • किसानों ने की प्रशासन से की शीघ्र सर्वे कराने और बीमा क्लेम सहित मुआवजा देने की मांग

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सीहोर। मंगलवार को ट्रेक्टर ट्रालियों में सवार होकर कलेक्टर को परेशानियों से अवगत कराने और शीघ्र बीमाधन के साथ मुआवजा राशि दिलाने की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे किसानों ने डिप्टी कलेक्टर स्तर तक के अधिकारी से मिलने से इंकार करते हुए कलेक्टर को ही बाहर आने के लिए कहा लेकिन जनसुनवाई में व्यक्त कलेक्टर बालागुरू के, बाहर नहीं आए जिस के बाद दुखी आक्रोशित कई किसान कलेक्ट्रेट के बाहर धरने पर बैठकर नारेबाजी करने लगे। ग्राम लसुडलिया विजय सिंह सहित अन्य गांवों के किसानों ने कहा कि अतिव्रष्टि और घटिया सोयाबीन बीज के कारण इस वर्ष सैकड़ों एकड़ में बोई गई सोयाबीन की फसल खेतों में ही दबकर नष्ट हो गई है। हजारों रूपये की लागत से बोई गई फसल खराब होने से चिंता बनी हुई है। आष्टा तहसील के अनेक गांवों के किसान इस स्थिति के कारण दुखी है। किसानों ने कहा कि हमारे बैंक खातों से प्रति साल फसल बीमा के नाम पर राशि काटी जाती है।  अब सोयाबीन की फसल उगने से पहले ही नष्ट हो गई है तो हमें बीमाधन और मुआवजा प्रशासन को दिलाना चाहिए। परेशान किसानों के द्वारा आष्टा तहसीलदार को भी समस्या से अवगत करारया गया है लेकिन अबतक सर्वे शुरू नहीं किया गया है इसी बात को हमें कलेक्टर को मिलकर बताना चाहते थे लेकिन वह बाहर नहीं निकले और हमारी बात को नहीं सुना तो नारेबाजी कर धरना देने के लिए विवश हुए। प्रदर्शन के बाद कलेक्टर ने पांच किसानों को बुलाकर क्षेत्र के आर आई पटवारी को भेजकर शीघ्र सर्वे कराने और पर्याप्त मुआवजा बीमा दिलाने का आश्वासन दिया। किसान राजेंद्र सिंह, राजकुमार ठाकुर, धीरज सिंह, लखन सिंह, मांगीलाल, रतन सिंह, जसरथ सिंह, मनोहर सिंह, कमल सिंह, सवाई सिंह, फूल सिंह, जसबंत सिंह, शुभम सिंह, रविद्र सिंह, भारत सिंह, श्रवण ठाकुर, नारायण सिंह, संतोष सिंह, लक्ष्मीनारायण, विरेंद्र सिंह सहित बड़ी संख्या में किसानों प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है।

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