विठलेश सेवा समिति की ओर से मनोज दीक्षित मामा ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के आह्वान पर पूरे देश के कांवड यात्री के अलावा हजारों की संख्या में श्रद्धालु शहर से कुबेरेश्वरधाम तक आस्था और उत्साह के साथ बम-बम-बोल के जयकारे के साथ पहुंच रहे और यहां पर भगवान शिव का अभिषेक कर रहे है। कांवड लेकर जाने वालों के लिए आधा दर्जन से अधिक सेवा शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इसमें दिन रात सेवादार श्रद्धालुओं को खिचड़ी, चाय, नाश्ते, भोजन, बिस्कुट, फल, फलहार और पानी की बोतल और पाउच देकर रवाना कर रहे है। शहर में प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे है। जिसके कारण शहर सहित आस-पास चहल-पहल नजर आ रही है। दूर दराज के क्षेत्रों के श्रद्धालु कांवड़ियों की भीड़ सीवन घाट पर देखने को मिल रही है। कांवड़ियों ने सुबह से ही कांवड़ उठाने का क्रम शुरू कर देते है। घाट पर ही कांवड़ सजाने के साथ कांवड़िये अपने ईष्ट के लिए विधि विधान पूर्वक पूजा-पाठ कर रहे हैं। इसके बाद भगवान भोलेनाथ का नाम लेकर घाट से कांवड़ उठा रहे हैं और बम-बम भोले के जयकारे के साथ भगवान की भक्ति में लीन होकर अपने गंतव्य को रवाना हो रहे हैं। करीब 11 किलोमीटर दूर पहुंचकर बाबा कुबेरेश्वरधाम पर पूरी आस्था और विश्वास के साथ दिव्य अनुष्ठान करते है।
सीहोर। हर साल की तरह इस साल भी आगामी छह अगस्त को प्रदोष काल में निकाली जाने वाली भव्य और ऐतिहासिक कांवड यात्रा की तैयारियां तेजी से चल रही है, वहीं विठलेश सेवा की नगर इकाई के पश्चात रविवार की सुबह सात बजे शहर के सीवन नदी के तट से कुबेरेश्वरधाम परिवार के तत्वाधान में बड़ी संख्या में पंडित विनय मिश्रा और विठलेश सेवा समिति के व्यवस्थापक पंडित समीर शुक्ला सहित अन्य मौजूद रहेंगे। कावड यात्रा के दौरान धाम के आस-पास के ग्रामीण और जनप्रतिनिधि और समाजसेवी भी शामिल रहेंगे।

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