सीहोर : उत्तराफाल्गुन नक्षत्र में मनाई जाएगी नागपंचमी : पं शर्मा - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 26 जुलाई 2025

सीहोर : उत्तराफाल्गुन नक्षत्र में मनाई जाएगी नागपंचमी : पं शर्मा

  • भगवान लक्ष्मण व बलदाऊ है शेषनाग के अवतार              

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सीहोर। श्रावण मास शुक्ल पक्ष उत्तराफाल्गुन नक्षत्र 29 जुलाई मंगलवार को नागपंचमी मनाई जायेगीं। नागपंचमी के दिन श्रद्धालु नाग देवता की प्रसन्नता एवं आशीर्वाद  प्राप्ति के लिये पूजा पाठ करेगे। भगवान शंकर आभूषण और भगवान विष्णु क्षीरसागर में शैय्या के रूप में पर नाग देवताको धारण करते हैं। पृथ्वी  शेषनाग के फन पर विराजमान है भगवान पूरे पृथ्वी का भार अपने ऊपर उठाएं हुए है। पंडित सुनील शर्मा  के अनुसार शेषनाग ने त्रेतायुग में भगवान लक्ष्मण व द्वापरयुग में भगवान बलदाऊ के रूप में पृथ्वी पर अवतार ले चुके हैं। भगवान राम व श्रीकृष्ण के साथ रहकर अनेक दुष्ट राक्षसों का बध कर धर्म की स्थापना मैं नागदेवता ने सहयोग किया एवं साधु संतों ब्राह्मणों तपस्वियों की रक्षा की l     


कालसर्प दोष व पितृ दोष की शांति

 पं शर्मा के अनुसार जिस जातक की कुंडली में राहू केतु के मध्य सभी ग्रह विद्यमान होते है, उक्त जातक को कालसर्प दोष, पितृ दोष माना जाता है। कालसर्प दोष, पितृ दोष की शांति के लिये रुद्धाअभिषेक किया जाना उचित माना गया है। नागदेवता की भगवान शंकर के साथ पूजा अर्चना करना भी शुभ होता है। महादेव की कृपा से सभी नवग्रह एवं नागदेवता प्रसन्न होकर मनोवांछित आशीर्वाद श्रद्धालुओं को देते हैं  l


पंचमी को शिवयोग का निर्माण 

शास्त्र अनुसार सावन माह के नाग पंचमी को शिवयोग का निर्माण हो रहा है । नाग पंचमी को  नागदेव दर्शन, बाम्बी पूजा और प्रतीक स्वरूप भगवान के लिये दूध रखना चाहिये । जिन श्रद्धालुओ की जन्म कुंडली में कालसर्प  पितृदोष हे ; उन्हें धातु के नाग नागिन के जोड़ो को नदी में प्रवाहित करना चाहिए या शिवालय में भेंट करना चाहिये । नागपंचमी के दिन रुद्रअभिषेक करने व शिवलिंग पर कच्चा दूध बिल्व पत्र  धतूरा शहद अक्षतचंदन इत्र  सुगंधित पुष्प चढ़ाना चाहिये

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