कार्यक्रम में कई विशिष्ट अतिथियों ने भाग लिया, जिनमें प्रमुख हैं:
डॉ. ए. डी. एन. सिंह, वरिष्ठ शिक्षाविद्, दर्भंगा — इन्होंने मूल्य आधारित शिक्षा और क्षेत्रीय गर्व की भावना को बढ़ावा देने पर बल दिया।
श्री संजय शर्मा, उप महानिरीक्षक, सशस्त्र सीमा बल — इन्होंने अनुशासन के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि *प्रतिभा से अधिक जरूरी है अनुशासन*। उन्होंने बताया कि कैसे राइफल इंजीनियरिंग ने उन्हें सिखाया कि एक ही तकनीक से निर्माण भी हो सकता है और विनाश भी — यह हमारे उद्देश्य पर निर्भर करता है।
प्रो. (डॉ.) पी. एम. मिश्रा, पूर्व निदेशक, एमआईटी दर्भंगा — इन्होंने तकनीकी शिक्षा में अपने अनुभव साझा करते हुए छात्रों को ईमानदारी और निरंतरता के साथ नवाचार की ओर बढ़ने की प्रेरणा दी।
श्री विष्णु के. झा, वरिष्ठ पत्रकार, हिंदुस्तान टाइम्स — इन्होंने छात्रों को सामाजिक रूप से जागरूक रहने और आज के सूचना युग में प्रभावशाली संवादक बनने का संदेश दिया।
प्रो. (डॉ.) संदीप तिवारी, प्राचार्य, DCE दर्भंगा — इन्होंने नवप्रवेशित छात्रों का स्वागत करते हुए संस्थान की विशिष्टताओं से परिचित कराया और उनके शैक्षणिक व व्यक्तिगत विकास की दिशा में मार्गदर्शन प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम में एक विशेष आकर्षण श्री आनंद राय द्वारा प्रस्तुत मधुर और आत्मीय गीत रहे, जिन्होंने पूरे वातावरण को सकारात्मकता और ऊर्जा से भर दिया। वे DCE के संकाय सदस्य हैं एवं Art of Living के सक्रिय प्रशिक्षक हैं। यह ओरिएंटेशन कार्यक्रम छात्रों को DCE परिवार में आत्मसात कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल थी, जिसमें संस्थान की सोच, मूल्य और भविष्य की संभावनाओं से उन्हें परिचित कराया गया। कार्यक्रम का समापन इंटरैक्टिव सत्रों, सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और संस्थान की ओर से निरंतर सहयोग के आश्वासन के साथ हुआ

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