प्रस्तुति विवरण:
● प्रस्तुति की अंतिम तिथि: 15 जनवरी 2026
● पात्रता मानदंड: 1 जनवरी 2021 से 15 जनवरी 2026 के बीच भारत में मंचित नाटक पात्र होंगे।
अधिक जानकारी के लिए देखें: https://metawards.com/application-2026
● श्रेणियाँ शामिल हैं:
सर्वश्रेष्ठ प्रोडक्शन, सर्वश्रेष्ठ निर्देशक, सर्वश्रेष्ठ स्टेज डिजाइन, सर्वश्रेष्ठ लाइट डिजाइन, सर्वश्रेष्ठ साउंड और संगीत डिजाइन, सर्वश्रेष्ठ कॉस्टयूम डिजाइन, मुख्य भूमिका में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (पुरुष), मुख्य भूमिका में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री (महिला), सहायक भूमिका में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (पुरुष), सहायक भूमिका में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री (महिला), सर्वश्रेष्ठ मूल स्क्रिप्ट, सर्वश्रेष्ठ एन्सेम्बल और सर्वश्रेष्ठ कोरियोग्राफर।
● आवेदन कैसे करें: पूरी दिशा-निर्देशों और आवेदन पत्र के लिए META की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं। आवेदन फॉर्म भरने के लिए नीचे दिए गए लिंक का उपयोग करें: https://metawards.com/registration#/addApplications
मेटा के बारे में:
महिन्द्रा एक्सीलेंस इन थिएटर अवॉर्ड्स (मेटा) भारतीय नाट्य जगत का सबसे प्रतिष्ठित और सम्मानित पुरस्कार है, जो रंगमंच के हर पहलू में उत्कृष्टता के नए मानक स्थापित करता आ रहा है। वर्षों से, मेटा ने अपने मंचित नाटकों के माध्यम से समकालीन और महत्वपूर्ण सामाजिक मुद्दों, पौराणिक कथाओं, धर्म, लिंग, जाति, राजनीति और क्लासिक्स जैसे विविध विषयों को आवाज़ दी है। मेटा का उद्देश्य भारतीय रंगमंच के प्रति जागरूकता और सराहना बढ़ाना है। यह देश का एकमात्र राष्ट्रीय मंच है जो सर्वश्रेष्ठ प्रस्तुतियों और नाट्य कलाकारों को पहचान और सम्मान प्रदान करता है। हर वर्ष प्राप्त होने वाले 400 से अधिक नाटकों में से 10 का चयन किया जाता है, जिन्हें एक सप्ताह तक दिल्ली में मंचित किया जाता है और वे प्रतिष्ठित पुरस्कारों के लिए प्रतिस्पर्धा करते हैं।
पुरस्कार समारोह का इंतजार पूरे देश के नाट्य समुदाय को रहता है, जब 13 श्रेणियों (इस वर्ष से 14 श्रेणियों) में उत्कृष्टता के लिए पुरस्कार और एक लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड प्रदान किया जाता है। अपने गौरवपूर्ण 20 वर्षों में मेटा ने देश के हर कोने से नाटकों और कलाकारों का प्रतिनिधित्व किया है। इसी समावेशिता और प्रतिनिधित्व की विरासत के साथ, मेटा ने अपने 20वें वर्ष में 6 भाषाओं — हिंदी, अंग्रेज़ी, बुंदेली, कन्नड़, बांग्ला और मलयालम — में चयनित नाटकों के साथ प्रवेश किया। मेटा ने एक भव्य महोत्सव में 156 से अधिक कलाकारों की मेजबानी की, जिसमें उनकी प्रतिभा को रंगमंच के विभिन्न आयामों में मनाया गया — उत्कृष्ट अभिनय, भव्य मंच सज्जा, मौलिक पटकथाओं की विविधता, और आकर्षक परिधान डिज़ाइन। महिन्द्रा ग्रुप द्वारा स्थापित मेटा अब सिर्फ एक पुरस्कार समारोह से आगे बढ़कर भारतीय रंगमंच के सबसे बड़े उत्सव के रूप में स्थापित हो चुका है। पटकथा से लेकर मंच तक, मेटा नाटककारों से लेकर कलाकारों, निर्देशकों से लेकर डिज़ाइनरों तक, रंगमंच की हर प्रतिभा को पहचान और सम्मान प्रदान करता है। अपने 21वें वर्ष में प्रवेश करते हुए, मेटा भारतीय रंगमंच को परिभाषित करने वाली विविध आवाज़ों और प्रतिभाओं को पोषित और प्रोत्साहित करने की अपनी प्रतिबद्धता को एक बार फिर मज़बूती से दोहराता है।

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