- अब ठग नहीं कर पाएंगे ऑनलाइन वार : बच्चों को मिली डिजिटल ढाल : सिखाए डिजिटल सुरक्षा के गुर
- बैंक फ्रॉड, सोशल मीडिया हैकिंग और ठगी के खिलाफ एडीसीपी नीतू ने दिए फिशिंग दिए सुरक्षित रहने के मूल मंत्र
बैठक में वाराणसी व्यापार मंडल अध्यक्ष अजीत सिंह बग्गा, महामंत्री कवीन्द्र जायसवाल, संयुक्त महामंत्री मनीष गुप्ता, महिला मंडल अध्यक्ष प्रिया अग्रवाल व श्वेता कटिहार, कोषाध्यक्ष शिव प्रकाश, उपभोक्ता मंच महामंत्री अरविंद जायसवाल, जिला अध्यक्ष नन्हे जायसवाल, चौरसिया व्यापार मंडल अध्यक्ष सुनील चौरसिया, जिला युवा अध्यक्ष सरोज गुप्ता, कबीर रोड अध्यक्ष अनुभव, सारनाथ अध्यक्ष संगीता चौबे, पहाड़िया महामंत्री अरविंद लाल, तेलियाबाग अध्यक्ष महेश, आईटी सेल अध्यक्ष संतोष सिंह, अल्पसंख्यक अध्यक्ष शाहिद कुरैशी, पूर्वांचल महामंत्री जितेश जायसवाल समेत बड़ी संख्या में व्यापारी और पदाधिकारी मौजूद रहे। पुलिस उपायुक्त गोमती ज़ोन ने त्रिपदा पब्लिक स्कूल बड़ागाँव, अपर पुलिस उपायुक्त ने चन्द्रप्रभा पब्लिक स्कूल कपसेठी और सहायक पुलिस आयुक्त राजातालाब ने वाराणसी पब्लिक स्कूल राजातालाब में विद्यार्थियों से संवाद किया। इस दौरान फिशिंग, ऑनलाइन बैंकिंग फ्रॉड, सोशल मीडिया हैकिंग, साइबर बुलिंग, ऑनलाइन गेमिंग ठगी और रैनसमवेयर अटैक जैसे मामलों की जानकारी दी गई। छात्रों को ‘स्मार्ट यूजर, सेफ यूजर’ बनने के लिए मजबूत पासवर्ड, टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन, पब्लिक वाई-फाई का सतर्क उपयोग, सोशल मीडिया पर प्राइवेसी सेटिंग्स और व्यक्तिगत जानकारी को गोपनीय रखने जैसे मूल मंत्र सिखाए गए। पुलिस उपायुक्त ने कहा, "विद्यार्थी खुद भी सुरक्षित रहें और परिवार व समाज को भी साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक करें।" शिक्षकों ने इस पहल को समय की आवश्यकता बताते हुए कहा कि डिजिटल साक्षरता ही आने वाले समय की असली ढाल है।
साइबर ठगी से बचाव के 5 आसान उपाय
1. ओटीपी या पासवर्ड कभी किसी को न बताएं, चाहे वह बैंक या पुलिस अधिकारी होने का दावा करे।
2. अनजान लिंक या ऐप डाउनलोड न करें, इनमें वायरस या हैकिंग सॉफ़्टवेयर हो सकते हैं।
3. ऑनलाइन पेमेंट सिर्फ भरोसेमंद ऐप/वेबसाइट से करें, पब्लिक वाई-फाई से लेन-देन न करें।
4. फ्रॉड होते ही राष्ट्रीय साइबर 1930 हेल्पलाइन या साइबर क्राइम पोर्टल (www.cybercrime.gov.in) पर तुरंत शिकायत दर्ज करें।
5. बैंक और क्रेडिट कार्ड के अलर्ट चालू रखें, ताकि हर ट्रांजैक्शन की तुरंत जानकारी मिले।
6. क्लिक करने से पहले सोचो, शेयर करने से पहले जांचो
7. सबूत (स्क्रीनशॉट, ईमेल, बैंक डिटेल) सुरक्षित रखें
8. नजदीकी थाना या साइबर सेल से संपर्क करें

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