सीहोर। प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी डोल ग्यारस का पर्व आस्था और उत्साह के साथ मनाया गया। डोल ग्यारस पर्व पर अखाड़ों के कलाकारों ने हैरतअंगेज करतब दिखाए तो उधर नगर के विभिन्न मंदिरों से डोल निकले, जो रात 9 बजे के बाद सीवन नदी पहुंचना शुरू हुए। इसके बाद विमान में सवार देवताओं की श्रद्धालुओं ने जगह-जगह पूजा-अर्चना की। इस मौके पर शहर के छावनी स्थित नमक चौराहे पर हर साल की तरह इस साल भी विठलेश सेवा समिति ने भव्य पंडाल बनाकर अखाड़ों का स्वागत किया, वहीं अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने डोल की पूजा-अर्चना की और अखाड़ों के कलाकारों का सम्मान किया। समिति की ओर से पंडित दीपक मिश्रा, विनय मिश्रा, पंडित समीर शुक्ला, मनोज दीक्षित मामा सहित अन्य ने जोरदार बारिश के मध्य भी करतब दिखाने वाले कलाकारों का स्वागत किया। देर रात तक लोग दर्शनों के लिए बड़ी संख्या में लोग चल समारोह मार्ग पर खड़े थे। डोल नगर के विभिन्न मंदिरों से निकाले गए। एक भव्य रंग बिरंगी झांकियों से सजा भव्य मंदिर के डोल चल रहे थे। इनके पीछे अन्य मंदिरों के डोल कतार में थे। इस दौरान ख्याति प्राप्त अखाड़े भी निकले, जिनके कलाकारों द्वारा हैरतअंगेज करतब दिखाए। पूरे नगर में डोल ग्यारस का पर्व भक्ति और श्रद्धा के साथ मनाया गया।
गुरुवार, 4 सितंबर 2025
सीहोर : पंडाल लगाकर विठलेश सेवा समिति ने किया अखाड़ों के कलाकारों का स्वागत
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