पटना : कृषि अनुसंधान परिसर में विविध कार्यक्रमों का समापन - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 31 अक्टूबर 2025

पटना : कृषि अनुसंधान परिसर में विविध कार्यक्रमों का समापन

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पटना (रजनीश के झा)। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना द्वारा ‘स्वच्छता ही सेवा अभियान–2025’ (17 सितम्बर - 02अक्टूबर, 2025) के अंतर्गत अनेक जागरूकता एवं स्वच्छता गतिविधियों का सफल आयोजन किया गया। यह अभियान संस्थान के निदेशक डॉ. अनुप दास के मार्गदर्शन में संचालित हुआ, जिसमें संस्थान मुख्यालय पटना; कृषि प्रणाली का पहाड़ी एवं पठारी अनुसंधान केंद्र, राँची; कृषि विज्ञान केंद्र, बक्सर और कृषि विज्ञान केंद्र, रामगढ़ के कर्मियों ने सक्रिय भागीदारी निभाई। अभियान का शुभारंभ संस्थान परिसर में स्वच्छता शपथ से किया गया। इसके उपरांत निर्धारित कार्ययोजना के अनुसार 16 कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें प्रमुख रूप से निम्नलिखित गतिविधियाँ शामिल रहीं —

स्वच्छता लक्ष्य इकाइयों का रूपांतरण,

स्वच्छता संवाद के माध्यम से जनजागरूकता कार्यक्रम,

विद्यालयी बच्चों की सहभागिता एवं मानव श्रृंखला निर्माण,

सफाई मित्र सुरक्षा शिविर का आयोजन,

‘क्लीन ग्रीन उत्सव’ के तहत संस्थान के कार्यालयों एवं भवनों में सफाई अभियान,

निकटवर्ती पर्यटक, धार्मिक एवं आध्यात्मिक स्थलों पर सफाई कार्यक्रम, तथा

‘एक दिन, एक घंटा, एक साथ – राष्ट्रव्यापी श्रमदान’ के अंतर्गत सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों की सक्रिय भागीदारी।


अभियान में ‘वेस्ट टू आर्ट’ (अपशिष्ट से कला) की पहल विशेष आकर्षण का केंद्र रही, जिसके माध्यम से अपशिष्ट पदार्थों से उपयोगी एवं कलात्मक वस्तुएँ बनाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया। इसी क्रम में स्वास्थ्य जांच शिविरों, पीपीई किट वितरण, सफाई कर्मचारियों के सम्मान तथा सामाजिक कल्याण योजनाओं से स्वच्छता कर्मियों को जोड़ने संबंधी जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। अभियान के समापन अवसर पर संस्थान में प्रेस वार्ता का भी आयोजन किया गया, जिसमें मीडिया प्रतिनिधियों को आमंत्रित कर अभियान की प्रमुख उपलब्धियाँ साझा की गईं। इस अवसर पर निदेशक डॉ. अनुप दास ने कहा कि “स्वच्छता केवल एक अभियान नहीं, बल्कि एक साझा सामाजिक जिम्मेदारी है, जो स्वस्थ और सतत पर्यावरण की दिशा में हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।”


विशेष स्वच्छता अभियान 5.0 

इस दौरान (03 - 31 अक्टूबर, 2025) संस्थान परिसर में क्रमिक रूप से 57 स्वच्छता गतिविधियाँ संपन्न हुईं | इन कार्यक्रमों में संस्थान के वैज्ञानिकों, तकनीकी कर्मचारियों, अधिकारियों एवं सहायकों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। अभियान के दौरान परिसर में कचरा निस्तारण, अनावश्यक रिकॉर्ड्स एवं कबाड़ सामग्री की छंटाई, फाइलों का डिजिटलीकरण तथा कार्यस्थलों को सुव्यवस्थित बनाने से संबंधित कई नवाचारात्मक पहलें की गईं। निदेशक डॉ. अनुप दास ने इस अवसर पर कहा कि “स्वच्छता कार्यसंस्कृति का अभिन्न अंग है। स्वच्छ एवं सुव्यवस्थित कार्यस्थल से कार्यक्षमता में वृद्धि होती है और यह समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत बनता है।” “विशेष अभियान 5.0” ने संस्थान में स्वच्छता, दक्षता एवं पारदर्शिता की भावना को और अधिक सशक्त किया तथा ‘स्वच्छ कार्यालय – सशक्त राष्ट्र’ के संकल्प को नई दिशा प्रदान की। कार्यक्रमों को सफल बनाने में डॉ. रजनी कुमारी, डॉ. अभिषेक कुमार दूबे, डॉ. पी. के. राय, डॉ. गौस अली, डॉ. एस. के. अहिरवाल, श्री पी. के. सिंह, श्री अभिषेक कुमार, श्री सतीश कुमार, श्री ज्योति कुमार मणि एवं अन्य कर्मियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा |

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