- वीर बाल दिवस पर हिन्दू कालेज में श्रद्धांजलि सभा

नई दिल्ली (रजनीश के झा )। देश से बढ़कर और कुछ नहीं होता। देश के लिए मनुष्य अपना सर्वोच्च बलिदान कर सकता है जिसकी अद्भुत उदाहरण साहिबजादों जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह ने अपने प्राणो का उत्सर्ग कर दर्शाया था। यह बलिदान आने वाली पीढ़ियां भी कभी भुला नहीं सकतीं। हिन्दू कालेज में वीर बाल दिवस पर आयोजित श्रद्धा सुमन कार्यक्रम में कार्यवाहक प्राचार्या प्रो रीना जैन ने कहा कि युवा पीढ़ी को इन वीर बलिदानियों को अपना आदर्श बनाना चाहिए जिन्होंने आयु और अनुभव के सारे पुराने उदाहरण पीछे छोड़ दिए। आयोजन में हिन्दू विभाग के प्रभारी प्रो बिमलेन्दु तीर्थंकर ने कहा कि वीर बाल दिवसबार बार याद दिलाता है कि साहस आयु का मोहताज नहीं होता, छोटी उम्र भी बड़े और असम्भव कार्य किये जा सकते हैं। महाविद्यालय के कोषाधिकारी डॉ वरुणेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि गुरु गोबिंद सिंह जी के साहिबजादों ने यह दिखा दिया कि सच्चाई और आत्मसम्मान के लिए खड़े होना सबसे बड़ा धर्म है। राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ पल्लव ने कहा कि यह दिन पूरे देश के लिए प्रेरणा का प्रतीक है जब हम इस बलिदान से ईमानदारी, निडरता और बलिदान का महत्व समझते हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवक ऐसे वीरों से प्रेरणा लेते हैं। इससे पहले राष्ट्रीय सेवा योजना के विद्यार्थी अध्यक्ष निशांत सिंह ने सभी का स्वागत किया और आयोजन की रूपरेखा प्रस्तुत की। आयोजन में महाविद्यालय के शिक्षकों, सह शैक्षणिक कर्मचारियों और विद्यार्थियों ने साहिबजादों को पुष्पांजलि अर्पित कर सम्मान प्रदर्शित किया। अंत में राष्ट्रीय सेवा योजना की विद्यार्थी उपाध्यक्ष नेहा यादव ने सभी का आभार व्यक्त किया।
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